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shayari In Hindi Font : शायरी हिन्दी में

Famous Quotations
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कहाँ चिराग़ जलायें कहाँ गुलाब रखें
छतें तो मिलती हैं लेकिन मकाँ नहीं मिलता

चिराग़ जलते ही बीनाई बुझने लगती है
खुद अपने घर में ही घर का निशाँ नहीं मिलता

–निदा फ़ाज़ली


जिस्म क्या है रूह तक सब कुछ ख़ुलासा देखिये

आप भी इस भीड़ में घुस कर तमाशा देखिये

जो बदल सकती है इस पुलिया के मौसम का मिजाज़

उस युवा पीढ़ी के चेहरे की हताशा देखिये

— अदम गोंडवी

हर एक बात पे कहते हो तुम कि तू क्या है

तुम्हीं कहो कि ये अंदाज़-ए-गुफ़्तगू क्या है

जला है जिस्म जहाँ दिल भी जल गया होगा

कुरेदते हो जो अब राख जुस्तजू क्या है.

— ग़ालिब

ये चिराग़ बेनज़र है ये सितारा बेज़ुबाँ है

अभी तुझसे मिलता जुलता कोई दूसरा कहाँ है

कभी पा के तुझको खोना कभी खो के तुझको पाना

ये जनम जनम का रिश्ता तेरे मेरे दरमियाँ है

— बशीर बद्र


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